अनिल अंबानी का रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर: नई संभावनाओं की ओर

अनिल अंबानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर एक बार फिर चर्चा में है। इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी फॉरेन करेंसी कन्वर्टिबल बॉन्ड्स के प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए 350 मिलियन डॉलर यानी 3000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है। इस 3,000 करोड़ रुपये का उपयोग भारतीय बैंकों का कर्ज चुकाने के लिए किया जाएगा, इसके अलावा कंपनी नए व्यवसायों में निवेश करने की योजना भी बना रही है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने नए व्यवसायों में प्रवेश के लिए 5 नई कंपनियों की स्थापना की है। इन कंपनियों के नाम हैं रिलायंस ईवी प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस रिसी प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस जय प्राइवेट लिमिटेड, रिलायंस जय ऑटो प्राइवेट लिमिटेड और रिलायंस अनलिमिट प्राइवेट लिमिटेड। ये नई कंपनियां इलेक्ट्रिक पावर जेनरेशन, सूचना प्रौद्योगिकी परामर्श, बुनियादी ढांचे और ईंधन परिवहन के लिए वाहनों के निर्माण के व्यवसाय में काम करेगी। पिछले वित्तीय वर्ष में, रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने जेसी फ्लावर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी के साथ एक ऋण निपटान समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताब...